धर्म डेस्क :-क्या आप जानते हैं उन कारणों को, जिनसे मां लक्ष्मी सदा प्रसन्न रहती है। शुक्रवार के दिन जो भक्त देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। उनके लिए संसार में कुछ भी अप्राप्य नहीं है। गृहलक्ष्मी देवी गृहिणियों यानी घर की स्त्रियों में लज्जा, क्षमा, शील, स्नेह और ममता रूप में विराजमान रहती हैं। वे मकान में प्रेम तथा जीवंतता का संचार कर उसे घर बनाती हैं। इनकी अनुपस्थिति में घर कलह, झगड़ों, निराशा आदि से भर जाता है। गृहस्वामिनी को गृहलक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। जहां गृहस्वामिनी का सम्मान नहीं होता है, गृह लक्ष्मी उस घर को त्याग देती है।
घर में बार-बार धनहानि हो रही हो तो वीरवार को घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़ककर गुलाल पर शुद्ध घी का दोमुखी (दो मुख वाला) दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाते समय मन ही मन यह कामना करनी चाहिए कि भविष्य में घर में धनहानि का सामना न करना पड़ें। जब दीपक शांत हो जाए तो उसे बहते हुए पानी में बहा देना चाहिए।
शुक्रवार को करें ये उपाय
शुक्रवार के दिन सुबह के समय गो-माता को ताज़ी रोटी खिलाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी और सड़ाइप अपनी कृपा बनाए रखेंगी।
धन की तंगी को खतम करने के लिए महालक्ष्मी का ध्यान करके इच्छानुसार देसी खंड और श्रीसूक्त का पाठ करें। इसके बाद चढ़ी हुई देसी खंड किसी सुहागन ब्राह्मणी को दान दें।
अगर आपको आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ रहा है तो 12 कौड़ी जलाकर उसकी राख बना लें और उस राख को हरे कपड़े में बांधकर जल प्रवाह करें।
हर शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने 11 दिनों तक अखंड ज्योति प्रज्वलित करें। 11वें दिन माता के नाम पर 11 कन्याओं को भोजन कराना चाहिए। इससे धन की कमी नहीं होगी।
मां लक्ष्मी के समक्ष मोगरे का इत्र अर्पित करना चाहिए और रति और कामसुख के लिए गुलाब का इत्र चढ़ाना चाहिए। इसी के साथ देवी लक्ष्मी के सामने केवड़े का इत्र अर्पित करने से मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।
शुक्रवार को 7 कुंवारी कन्याओं को घर बुलाकर खीर खिलाएं और उन्हें दक्षिणा के रूप में कुछ पैसे तथा पीला वस्त्र देकर विदा करें। इससे मां लक्ष्मी अत्यन्त प्रसन्न होती है।
लाल रंगों का करें प्रयोग
नौकरी में प्रमोशन और व्यापार में तरक्की के लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को लाल वस्त्र अर्पित करें। इसके साथ ही सुहाग के सामान में लाल बिंदी, लाल सिंदूर, लाल चुनरी और लाल चूड़ियां भी मां को चढ़ाएं। इससे भी नौकरी-व्यापार से जुड़ी समस्या दूर होती है।
जीवन में सुख-शांति संपन्नता और वैभव की प्राप्ति के लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। माता लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति का जीवन समृद्धिशाली और वैभवशाली बनता है। लेकिन बात अगर ज्योतिष से गणना करते हुए की जाए तो शुक्र ग्रह का कुंडली में मजबूत होने से इन सबका महत्व बतलाया गया है।
जीवन में सुख-शांति संपन्नता और वैभव की प्राप्ति के लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है. माता लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति का जीवन समृद्धिशाली और वैभवशाली बनता है. लेकिन बात अगर ज्योतिष से गणना करते हुए की जाए तो शुक्र ग्रह का कुंडली में मजबूत होने से इन सबका महत्व बतलाया गया है।
शुक्र के मंत्र का जाप
शुक्र दोष के निवारण के लिए आप शुक्रवार के दिन 108 बार शुक्र के बीज मंत्र 'द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।' का जाप जरूर करें। आपको बता दें, शुक्र ग्रह सुंदरता का भी प्रतीक है। इस मंत्र के जाप से न केवल आपकी काया ही खूबसूरत नहीं होगी बल्कि आपके व्यवहार में भी मधुरता आएगी और संबंध भी बेहतर बनेंगे। अगर आप प्रेम संबंधों को मधुर बनाना चाहते हैं और अपने रिश्ते को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो इस उपाय को जरूर अपनाएं।
प्रमाण :-इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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