धर्म डेस्क:-ज्योतिष शास्त्र की मानें तो मेष राशि हनुमान जी की प्रिय राशियों में से एक है। इस राशि वाले जातकों पर बजरंगबली अपनी विशेष कृपा बनाए रखते हैं। मान्यताओं के अनुसार, मंगलवार के दिन मेष राशि वाले जातक को हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए।
हनुमान जी का पावरफुल मंत्र
मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥ मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से भगवान हनुमान प्रसन्न होते हैं, वे अपने भक्तों को सुख एवं समृद्धि प्रदान करते हैं।
हनुमान चालीसा
हनुमानजी को प्रसन्न करने का सबसे सरल उपाय हनुमान चालीसा का पाठ करना है। जो व्यक्ति रोज हनुमान चालीसा का पाठ करना है, उसकी इच्छा शक्ति भी बहुत मजबूत होती है। अगर रोज हनुमान चालीसा का पाठ करना संभव हो तो सिर्फ मंगलवार को ही कर सकते हैं।
हनुमान जी से मन्नत कैसे मांगे?
हनुमानजी कलयुग में जागृत देवता हैं। उनकी कृपा के लिए पहली शर्त यह है कि आप मन, वचन और कर्म से पवित्र रहें। इसके अलावा प्रतिदिन श्रीहनुमान चालीसा या श्रीहनुमान वडवानल स्तोत्र का पाठ करें। यदि आपकी कोई विशेष मनोकामना है तो मात्र एक उपाय करें।
हनुमान जी को बुलाने का मंत्र
हनुमान जी को बुलाने का मंत्र है – ॐ हनु हनु हनु हनुमते नमः है। २. हनुमान जी को प्रकट करने का मंत्र ? उतर : हनुमान जी को प्रकट करने का मंत्र है – ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नम:।
मनोकामना पूर्ति के लिए हनुमान मंत्र।
ॐ ऐं ह्रीं क्लीम दिनंकम्पि धर्मात्मा प्रेमब्धि रामवल्लभ अधैवम मरुते वीर में भष्टदेही सतवरम क्लीं ह्रीं ऐं ॐ मारुति को समर्पित मंत्र; एक माला या 108 बार हनुमान जी का दूसरा नाम जपना है और उसके बाद हनुमान जी की पूजा करनी है।
पंचमुखी (पांच मुख वाले) हनुमान
ऐसा माना जाता है कि पंचमुखी हनुमानजी की तस्वीर रखने से बुरी शक्तियां दूर रहती हैं और ऐसे घरों में कभी भी कोई परेशानी नहीं आती है। यह देवी लक्ष्मी की कृपा पाने में भी मदद करता है। अपने घर के प्रवेश द्वार पर पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगाना आदर्श है।
हनुमान जी का फल
काजू, बादाम, किशमिश, छुआरा, खोपरागिट पंचमेवा के नाम से जाने जाते हैं। इसका भी हनुमानजी को भोग लगता है। माना जाता है कि इसके भोग से बजरंगबली प्रसन्न होते है।
मनोकामना पूर्ति के लिए शिवलिंग पर चढ़ाएं
सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर दूध व गंगाजल चढ़ाया जाता है. कहा जाता है कि ऐसा करने से शिवजी अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
संकट में मंत्र?
संकटमोचन मंत्र : ॐ हं हनुमते नम:। मंत्र प्रभाव : यदि दिल में किसी भी प्रकार की घबराहट, डर या आशंका है तो निरंतर प्रतिदिन इस मंत्र का जप करें और फिर निश्चिंत हो जाएं।
हनुमान जी के सबसे शक्तिशाली मंत्र
ओम हं हनुमंताय नम:. ओम नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
दक्षिणामुखी हनुमान
हनुमानजी की वह प्रतिमा जिसका मुख दक्षिण दिशा की ओर होता है, वह हनुमानजी का दक्षिणमुखी स्वरूप है. दक्षिण दिशा काल यानी यमराज (मृत्यु के देवता) की दिशा मानी जाती है। हनुमानजी रुद्र (शिवजी) अवतार माने जाते हैं, जो काल के नियंत्रक हैं। इसलिए दक्षिणामुखी हनुमान की पूजा करने पर मृत्यु भय और चिंताएं समाप्त होती हैं।
सूर्यमुखी हनुमान
सूर्य देव हनुमानजी के गुरु हैं। सूर्य पूर्व दिशा से उदय होता है। सूर्य और सूर्य का प्रकाश, गति और ज्ञान के भी प्रतीक हैं। जिस तस्वीर में हनुमानजी सूर्य की उपासना कर रहे हैं या सूर्य की ओर देख रहे हैं, उस स्वरूप की पूजा करने पर भक्त को भी ज्ञान और कार्यों में गति प्राप्त होती है। सूर्यमुखी हनुमान की पूजा से विद्या, प्रसिद्धि, उन्नति और मान-सम्मान प्राप्त होता है।
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(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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