धर्म डेस्क:- यदि परेशानी आने की बात पर गौर किया जाए तो यह हमारे द्वारा किए गए पिछले कार्यशैली के ही अनुशार आते है। हम सब अपने रोजमर्रा के जिंदगी में जो कार्य करते रहते है उनमें छोटी छोटी गलतियों को नजरंदाज करते रहते है जो आगे चलकर बड़ा रूप ले लेती है। और इसी कारण हमें परेशानी उठानी पड़ती है। इंसान को परेशानी कब तक रहती है।
प्रत्येक व्यक्ति अपने भागदौड़ भरी जिंदगी में इतना व्यस्त है कि उसे कुछ करने और समझने के लिए समय ही नहीं है। हर व्यक्ति सफलता पाना चाहता है और सफलता पाने के लिए हर संभव प्रयास और भरपूर मेहनत भी करता है परंतु हर व्यक्ति को मेहनत करने के बावजूद सफलता और तरक्की नहीं मिलती है। जिस कारण कई व्यक्ति जिंदगी से हताश व परेशान हो जाते हैं तो कुछ अपनी जिंदगी से परेशान होकर गलत कदम भी उठा लेते हैं जैसे हम कई बार पेपर में खबर पढ़ते हैं कि व्यक्ति ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर फांसी लगा ली। कई बार तो यह भी सुनने और पढ़ने में आता है कि एक व्यक्ति ने अपने पूरे परिवार सहित आत्महत्या कर ली। ऐसी खबरें सुनकर हम परेशान हो जाते हैं परंतु खबरों से किसी भी व्यक्ति को परेशान नहीं होना चाहिए बल्कि बुरे हालातों को दूर करने के उपाय सोचना चाहिए।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, अगर आपके घर की प्रॉब्लम्स दूर न हो रही हों तो सुबह-सवेरे नित्यकर्मों से निवृत्त होने के बाद पानी का उपाय करें। इसके लिए सबसे पहले एक ग्लास पानी लें इसके बाद उसमें गंगाजल मिला लें और गायत्री मंत्र का 24 बार जप करें। फिर इस पानी को पूरे घर में छिड़क दें।
लौंग और कपूर:- कभी कभी देखा जाता है कि इंसान कितना भी काम कर ले और कमा ले और अपनी रसोई भंडार को भर ले परंतु महीने के अंत से पहले ही समान खत्म हो जाता है पैसों के किल्लत शुरू हो जाती हैI ऐसे में हमें निराश होकर गलत कदम उठाने से बेहतर है कि हम ऐसा करें कि परेशानी दूर हो सके और घर की बरकत बढ़ाने के लिए मंगलवार को दो फूलदार लौंग एवं दो कपूर को जलाकर घर में रखने से लक्ष्मी घर वापस आ जाती है।
– शनि संबन्धी कष्टों से मुक्ति पाने के लिए और परिवार में सुख समृद्धि लाने के लिए हर शनिवार की शाम को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। अगर बिजनेस में हानि झेलनी पड़ रही है तो शनिवार में दिन के समय दूध में पानी मिलाकर और उसमें गुड़ डालकर पीपल में चढ़ाना चाहिए। इससे आर्थिक परेशानी दूर होते हैं।
– अगर आपके तमाम काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं या काम में अचानक से विघ्न आने लगते हैं तो आपको शनिवार के दिन शनिदेव के साथ हनुमान जी की भी पूजा करनी चाहिए और पीपल के नीचे बैठकर शनिवार के दिन हनुमान चालीसा पढ़नी चाहिए। साथ ही पीपल के पत्तों की माला बनाकर और हर पत्ते पर श्रीराम लिखकर हनुमान जी को चांदनी चाहिए। इससे संकट मोचन आपके जीवन का हर संकट हर लेते हैं। शनिदेव ने हनुमान जी को वचन दिया था कि जिस पर हनुमान जी की कृपा होगी, उसे वे कभी नहीं सताएंगे।
सूर्य का मंत्र जाप एवं जल अर्पण:- यदि आपको लग रहा है कि आपके लगातार मेहनत करने के बाद भी आप असफल हो रहे हैं और नौकरी या व्यापार में सफलता नहीं मिल रही है तब आपको सूर्य के सामने खड़े होकर लोटे में शुद्ध जल लेकर तथा जल में रोली। अक्षत, मिश्री या चीनी तथा लाल गुड़हल का फूल डालकर सूर्य देव का मंत्र उच्चारण ओम ह्रीम घृणि सूर्य आदित्य श्रीं 108 या 11 बार करके जल अर्पित करें। ऐसा करने से आपके सभी बिगड़े काम एवं रुके हुए काम बन जाएंगे और असफलता आपसे दूर चली जाएगी।
पवित्र भावना और शांतिपूर्वक हनुमान चालीसा पढ़ने से हनुमानजी की कृपा प्राप्त होती है। हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद हनुमानजी की कपूर से आरती करें। हनुमानजी को चढ़ाएं चोला: 5 बार हनुमानजी को चोला चढ़ाएं। तो तुरंत ही संकटों से मुक्ति मिल जाएगी। नारियल का उतारा: पानीदार एक नारियल लें और उसे अपने ऊपर से 21 बार वारें।
सभी परेशानियों कष्टों को ख़त्म करने के लिए- यदि आपको सभी तरफ से केवल कष्ट ही कष्ट मिल रहा है तो इन कष्टों को ख़त्म करने के लिए हर सोमवार को किसी शिव मंदिर में जाकर कच्चे दूध से शिवलिंग पर अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान भोलेनाथ आपकी हर मनोकामना पूरी करेंगे और जीवन की सभी परेशानियां भी ख़त्म हो जाएंगी।
जानिए हनुमान जी के पांच भाई कौन थे और हनुमान जी माता अंजना कोण थी।3. कर्ज से मिलेगी मुक्ति:
फिटकरी को पान के पत्ते पर रखकर उसमें थोड़ा सा सिंदूर लगाकर पीपल के पेड़ के नीचे दबा दें, तीन बुधवार तक ऐसा करके देखें फर्क आपको खुद ही पता चल जाएगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रविवार के दिन शिव मंदिर में मां गौरी और भगवान शंकर को रुद्राक्ष अर्पित करने से भी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। जीवन में तरक्की पाने के लिए मान्यता है कि चावल में दूध और गुड़ मिलाकर खाना चाहिए। इसके साथ ही गेहूं और गुड़ को लाल कपड़े में बांधकर दान करें।
प्रमाण :- इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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