धर्म डेस्क :-ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक़, शनि जिस पर प्रसन्न होते हैं. उसे रंक से राजा बना देते हैं. लेकिन जिस पर उनकी नजर बुरी होती है उसे अनेक मुश्किलों का समाना तो करना पड़ता ही है, वह राजा से रंक भी बन जाता है। ऐसे में शनि ग्रह को कुंडली में मजबूत करने के लिए इन ज्योतिषीय उपायों में कोई एक उपाय जरूर करें। बेहद शुभ होगा।
शनि महाराज प्रत्येक शनिवार के दिन के दिन पीपल के वृक्ष में निवास करते हैं। इसदिन जल में चीनी एवं काला तिल मिलाकर पीपल की जड़ में अर्पित करके तीन परिक्रमा करने से शनि प्रसन्न होते हैं। शनिवार के दिन उड़द दाल की खिचड़ी खाने से भी शनि दोष के कारण प्राप्त होने वाले कष्ट में कमी आती है।
यदि आपकी कुंडली में शनि कमजोर है तो आप कम से कम 19 और अधिक से अधिक 51 शनिवार का व्रत रखें। मान्यता है कि इससे कुंडली के शनि मजबूत होते हैं। शनिवार के दिन काला वस्त्र धारण करें। कम से कम 5 माला ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम: मंत्र का जाप करें। चाहें तो 11 या 19 माले का जाप कर सकते हैं।
शनिवार के दिन एक पात्र में जल, दूध, चीनी, काला तिल और गंगाजल मिलाकर रख लें और शनि मंत्र का जाप करें। जाप करने के बाद पश्चिम दिशा में मुंह करके पीपल की जड़ में अर्पित कर दें। मान्यता है कि ऐसा करने से कुंडली में शनि मजबूत होते हैं।
कुंडली में शनि के मजूबत होने पर लाभ
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन व्यक्तियों की जन्म कुंडली में शनिदेव अच्छे भाव में होते हैं उन्हें हमेशा शुभ और सकारात्मक फल देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव तुला राशि में उच्च के होते हैं यानी शनि के तुला राशि में उच्च होने पर जातक को अच्छे और शुभ परिणाम मिलते हैं। शनि के शुभ होने पर व्यक्ति कर्मशील और न्यायप्रिय बनता है। शुभ शनि के प्रभाव से व्यक्ति का भाग्य प्रबल रहता है। उसे हर एक क्षेत्र में सफलताएं मिलती है। कुंडली में शनि के शुभ होने पर व्यक्ति का मन हमेशा सकारात्मक रहता है और आयु में वृद्धि और निरोगी जीवन व्यतीत करता है।
शनि देव का प्रसन्न करने के उपाय
शनिवार का दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए विशेष माना गया है। शनिवार के दिन शनि दर्शन करें और शनिदेव की प्रतिमा पर सरसों के तेल का दीपक चलाएं और सरसों का तेल अर्पित करें। शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर शनि चालीसा का पाठ करें। शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ भी शनिदोष से छुटकारा पाने का सरल तरीका है।
शनिवार के दिन हनुमान जी भोग और सिंदूर चढ़ाएं। शनिवार के दिन ‘ऊं प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ और ऊं शं शनिश्चरायै नमः’ मंत्रों का जाप करें। कुंडली से शनिदोष को खत्म करने के लिए काली चीजों जैसे उड़द की दाल,काला कपड़ा,काले तिल और काले चने का दान करें।
शनिवार के ये उपाय
शनिवार को सूर्योदय के साथ पीपल के वृक्ष के नीचे कड़वे तेल का दीपक प्रज्वलित करने के साथ ही दूध अर्पित करें। शनिवार के दिन अपने हाथ के नाप बराबर 19 हाथ लंबा काला धागा बांधकर एक माला बना लीजिए। अब इस माला को गले में धारण करें। इस उपाय को करने से शनि की अनिष्टता शांत हो जाएगी।
शनिवार को काले चने पानी में भिगो दें। अब इन चनों को कच्चा कोयला, लोहे की पत्ती, काले वस्त्र में बांधकर मछलियों के सामने डाल दें। यह उपाय एक साल तक करने से शनि का क्रोध शांत हो जाता है। शनिवार को कांसे की कटोरी में तिल का तेल भरें लीजिए अब उसमें अपना प्रतिबिंब देखकर तेल का दान कर दीजिए। वहीं, शनि की महादशा, साढ़ेसाती या ढैया से छुटकारा पाने के लिए शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का चौमुखी दीपक प्रज्वलित करें।
प्रमाण :-इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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