धर्म डेस्क:-पंचांग के अनुसार, इस साल मकर संक्रांति का पर्व रविवार के दिन पड़ रहा है। रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित है। ऐसे में इस दिन किए गए दान का अधिक पुण्य फल मिलेगा।
मकर संक्रांति क्या दान करना चाहिए
हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। इस साल मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी 2023 को है। मकर संक्रांति के पावन पर्व पर पवित्र नदी में स्नान के बाद सूर्य देव की पूजा का विधान है।
खिचड़ी का दान:- मकर संक्रांति के दिन स्नान, पूजा करने के बाद काली उड़द, हरी मूंग और चावल से बनी हुई खिचड़ी का दान किसी गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि, गुरु और बुध ग्रह से जुड़े दोष दूर होते हैं और कार्यों में सफलता मिलती है।
उड़द
ज्योतिष में उड़द के दाल का संबंध शनिदेव से माना जाता है। शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए मकर संक्रांति के दिन उड़द दाल की खिचड़ी का दान करना चाहिए। इस दिन अगर उड़द की खिचड़ी दान की जाए तो कुंडली में शनि दोष दूर होता है।
मकर संक्रांति के दिन से सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है। भारत में मकर संक्रांति को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। तमिलनाडु में इसे पोंगल नाम से मनाया जाता है। वहीं, कर्नाटक,केरल, आंध्र प्रदेश में इसे सिर्फ संक्रांति के नाम से मनाया जाता है।
तिल का दान
इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन तिल का दान भी जरूर करें। मान्यता है कि तिल के दान से भी शनि दोष दूर होता है।
कंबल
शास्त्रों में मकर संक्रांति के दिन कंबल दान करना भी बहुत ही फलदायी माना गया है। मान्यता है कि यदि इस दिन कंबल का दान किया जाए, तो राहु दोष दूर होता है।
मकर संक्रांति
ज्योतिष गणना के अनुसार,सूर्य देव 14 जनवरी 2023 को रात 8 बजकर 20 मिनट पर धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसलिए मकर संक्रांति का मुहूर्त 15 जनवरी 2023 को सुबह करीब 6 बजकर 48 मिनट से शुरू होकर शाम 5 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। इसलिए इस साल मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी 2023 को मनाया जाएगा।
गुड़ का दान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुड़ का संबंधी बृहस्पति दे से हैं। ऐसे में मकर संक्रांति के दिन गुड़ का दान करने से सूर्यदेव, शनिदेव के साथ गुरु बृहस्पति भी प्रसन्न होते हैं।
बिना स्नान के न करें भोजन
मकर संक्रांति के दिन सबसे पहले सुबह स्नान करना चाहिए और फिर दान और पूजा पाठ करना चाहिए। इसके बाद ही भोजन ग्रहण करना चाहिए। संक्रांति के दिन जो व्यक्ति बिना स्नान-दान के भोजन ग्रहण करता है उसको शुभ परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं।
खाली हाथ न जाए भिखारी
यदि आपके घर पर कोई भिखारी आया है, तो उसे खाली हाथ न लौटाएं। इस दिन दान अवश्य करें।
तामसिक भोजन न करें
मकर संक्रांति धार्मिक रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र पर्व है। ऐसे में हमें सात्विक भोजन ही करना चाहिए। यानि तामसिक भोजन जैसे प्याज लहसुन मांस मदिरा जैसी चीजों से दूर रहना चाहिए। संक्रांति के दिन जो खिचड़ी बनती है उसमें भी लहसुन-प्याज नहीं डालना चाहिए।
प्रमाण :- इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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