धर्म डेस्क:-सप्ताह का प्रत्येक वार किसी देवता को समर्पित होता है और आज गुरुवार का दिन है। यह दिन भगवान विष्णु का होता है। इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है। कहते हैं कि यदि आपकी पूजा और अराधना से विष्णु भगवान प्रसन्न हो जाएं तो इनके साथ-साथ माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलता है। इसके साथ ही आज के दिन किए गए कुछ टोटके आपके जीवन में आ रही परेशानियों को दूर करते हैं।
भगवन श्रीं राम वनवास का मुख्य कारण क्या और माँग कैकई राम का वनवास जानिए। अगर आपके भी काम में रुकावट आती है और पैसों की तंगी बनी रहती है तो गुरुवार के दिन किए गए कुछ खास उपायों से आपकी सारी समस्या दूर हो जाएगी। गुरुवार को सुबह स्नान के बाद बृहस्पति देव की पूजा करें। इसके बाद तुलसी की एक माला से ओम बृं बृहस्पते नमः मंत्र का जाप करें। इससे आपके जीवन में सुख और समृद्धि आएगी।
गुरुवार को सुबह स्नान के बाद बृहस्पति देव की पूजा करें। इसके बाद तुलसी की एक माला से ओम बृं बृहस्पते नमः मंत्र का जाप करें। इससे आपके जीवन में सुख और समृद्धि आएगी। साथ ही आपकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होगी।
गुरुवार को सुबह स्नान के बाद बृहस्पति देव की पूजा करें। इसके बाद तुलसी की एक माला से ओम बृं बृहस्पते नमः मंत्र का जाप करें। इससे आपके जीवन में सुख और समृद्धि आएगी। साथ ही आपकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होगी।
गुरुवार की पूजा हमेशा पीले रंग के वस्त्र पहन कर करनी चाहिए। इससे भगवान विष्णु आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी करेंगे। गुरुवार के दिन धन एवं वैभव की देवी माता लक्ष्मी की भी पूजा करनी चाहिए। इससे पैसे-रुपयों से जुड़ी दिक्कत दूर होती है।
गुरुवार के दिन न तो किसी को उधार दें और न ही किसी से उधार लें। माना जाता है कि गुरुवार के दिन ऐसा करने से आर्थिक तंगी के हालात बनते हैं।
इस दिन भगवान विष्णु को केले का भोग लगाना चाहिए। इसके अलावा उन्हें पीले फूल, चने की दाल और गुड़ चढ़ाएं। ध्यान रहे कि भगवान को चढ़ाए केले का सेवन खुद न करें। इससे आपके सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी।
पति के पत्नी के बीच कोई समस्या चल रही हो तो दोनों को गुरुवार का व्रत करना चाहिए। इससे आप दोनों के जीवन में सुख और सौभाग्य बढ़ेगा।
आर्थिक तंगी से बचने के उपाय
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु का होता है तो इस दिन उनकी पूजा करना बेहद लाभकारी होता है। भगवान विष्णु की पूजा यदि केले के पेड़ के पास बैठकर की जाए तो इसका काफी लाभ मिलता है।
पूजा करने से पहले याद से नहाते वक्त पानी में एक चुटकी हल्दी पाउडर स्नान करें। ऐसा करने से शरीर साफ और निरोग रहता है।
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के दौरान पीला वस्त्र पहने। पीला रंग भगवान को काफी प्रिय है। इसलिए पूजा के दौरान पीले फूल ही चढ़ाएं।
पूजा के दौरान ऊं बृ बृहस्पत्ये नमः का जाप कम से कम 108 माला करें ।
भगवान विष्णु की पूजा के लाभ। इस दिन पूजा करने से आपको सभी दोषों से छुटकारा मिलता है।
भगवान विष्णु के साथ-साथ इस दिन मां लक्ष्मी की भी पूजा होती है। नियम के अनुसार पूजा करने से आर्थिक तंगी से राहत मिलती है।
चने की दाल का दान
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के मंदिर में जाकर भगवान के सामने थोड़ी सी केसर और सवा किलो चने की दाल रख दें। फिर वहां बैठकर विष्णु सहस्त्रनाम का जप करें। उसके बाद यह चने की दाल और केसर किसी गरीब जरूरतमंद को दान कर दें। इसके साथ ही गुरुवार को आटे की लोई में चने की दाल, गुड़ और हल्दी डालकर गाय को खिलाएं। ऐसा करने से आपको विष्णु भगवान और बृहस्पति देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और आपके जीवन से आर्थिक तंगी दूर होने के साथ तरक्की के मार्ग प्रशस्त होते हैं।
तुलसी और केले की पूजा
भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय है और केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना जाता है। इसलिए गुरुवार के दिन तुलसी और केले की पूजा करने से आपके सभी कष्ट दूर होते हैं। गुरुवार को स्नान करने के बाद तांबे के लोटे में जल लें और उसमें थोड़ी सी हल्दी मिला लें। इस जल में थोड़ी सी चने की दाल और गुड़ भी डाल लें और फिर इसे केले के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं। ऐसा करने से आपको साक्षात भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वहीं गुरुवार की सुबह तुलसी के पेड़ की जड़ को कच्चे दूध से सींचना चाहिए शाम के वक्त तुलसी के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाना चाहिए। गुड़ और चने की दाल का भोग लगाएं। ऐसा करने से आपके घर में मां लक्ष्मी का वास होगा।
लक्ष्मी नारायण का भोग
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु का होता है, लेकिन उनकी पूजा सदैव मां लक्ष्मी के साथ की जाती है। गुरुवार को स्नान करके पीले वस्त्र धारण करें और भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की फोटो के सामने घी का दीपक जलाएं और उन्हें गुड़ व चने की दाल का भोग लगाएं। पीले फूल चढ़ाएं और फिर बृहस्पति देवता की कथा पढ़ें। ऐसा करने से आपके परिवार में कभी धन की कमी नहीं होती और आपस में प्यार व रिश्तों में मिठास बनी रहती है। पति और पत्नी के संबंधों में सुधार आता है।
प्रमाण :- इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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