धर्म डेस्क :-भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। वे अपने भक्तों की सारी परेशानियां, विघ्न बाधाएं दूर करते हैं। गणेश जी को गणों का स्वामी होने के कारण गणपति भी कहा जाता है। सभी देवताओं में गणेश जी को प्रथम पूजनीय माना गया है। इसलिए कोई भी कार्य करने के पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। इससे कोई भी कार्य निर्विघ्न रुप से संपन्न हो जाता है। गणेश जी को बुद्धि का देवता भी माना गया है। किसी भी कार्य में बाधा आ रही है तो गणेश जी को प्रसन्न करके उन बाधाओं से मुक्ति पाई जा सकती है। इन छोटे सरल उपायों को करके आप गणेश जी की कृपा पा सकते हैं।
हिंदू धर्म में विघ्नहर्ता गणेशजी को कहा जाता है। रिद्धि- सिद्धि के दाता और शुभ - लाभ के प्रदाता भगवान गणेश को कहा जाता है। भक्तों की बाधा, संकट, रोग - दोष तथा दरिद्रता को गणेश जी दूर कर देते है। समस्त प्रकार के संकट उनकी पूजा से खत्म हो जाते हैं साथ ही सौभाग्य की प्राप्ति व्यक्ति को होती है।
गणेश जी को मोदक बहुत प्रिय हैं। इसलिए गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए मोदक का भोग लगाएं। सच्चे मन से मोदक का भोग लगाने से बप्पा अपने भक्त की हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं। अथर्वशीष में बताया गया है कि मोदक का भोग लगाने वाले का गणपति जी मंगल करते हैं।
गणेश जी को चाबल भी अर्पित किए जाते हैं। लेकिन गणेश जी को अर्पित किए जाने वाले चावल टूटे हुए न हो। उन्हें साबुत चावल अर्पित करने चाहिए। पूजा में अर्पित करने वाले चावलों को अक्षत कहा गया है, क्योंकि पूजा में चढ़ाए जाने वाले चावल खंडित नहीं होते हैं। गणेश जी को चावल अर्पित करने से पहले उन्हें गीला करना चाहिए। अक्षत अर्पित करते समय इस मंत्र का जाप करें और तीन बार गणेश जी को चावल चढ़ाएं। इससे आपको कष्टों से छुटाकारा मिलेगा।
'इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नम:
बुध ग्रह को बनाएं शक्तिशाली
यदि आपका बुध ग्रह कमजोर है और आपके बनते हुए काम बिगड़ रहे हैं, तो आप बुधवार को किसी मंदिर में जाकर हरी वस्तुओं का दान कर दें। जरूरतमंद व्यक्तियों को हरे रंग के वस्त्र, खाने-पीने की चीज या अन्य कोई उपयोगी चीज दान कर सकते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से बुध ग्रह का दोष खत्म होने लगता है।
गजानन को शमी अर्पित करने से तेज होगी बुद्धि
भगवान गणेश को हरी दूर्वा प्रिय है, साथ ही उन्हें भगवान शिव को चढ़ाया जाने वाला शमी पत्र भी अर्पित किया जा सकता है। माना जाता है कि गणपति को शमी पत्र चढ़ाने से सभी काम निर्विघ्न रूप में पूरे हो जाते हैं। मान्यता है कि शमी में भोले भंडारी भगवान शिवजी का निवास होता है। गणपति पूजा में शमी अर्पित करने से बुद्धि और बल तेज होता है। जीवन में सुख-शांति का वास होता है।
श्रीगणेश अथर्वशीष का पाठ दूर करेगा मानसिक परेशानी
अगर आप किसी मानसिक परेशानी में हैं तो श्रीगणेश अथर्वशीष का पाठ फलदायी होगा। गणेश यंत्र की स्थापना और उसके दर्शन से जीवन में शुभता आएगी। व्यापार में तरक्की और नौकरी तरक्की के लिए गजानन को हल्दी की 5 गांठे अर्पित करें।
सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्। शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्।। बुधवार के दिन गणेश जी को शमी के पत्ते चढ़ाने से बुद्धि तेज होती है साथ ही सभी परेशानियां खत्म होती हैं और मानसिक शांति मिलती है। शमी के पत्ते चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करें जिससे गणेश जी जल्द प्रसन्न होंगे।
प्रमाण :-इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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