बाबा खाटू श्याम जन्मदिन : Baba Khatu Shyam Birthday
धर्म डेस्क:- 14 जनवरी, शुक्रवार को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। यह पर्व अपने आप में बहुत महत्व रखने वाला होता है। इसका संबंध खगोल से भी है, ज्योतिष से भी, मौसम से भी और धर्म से भी। मकर संक्रांति को उत्तरायण भी कहा जाता है। इस दिन का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व है, क्योंकि इस दिन सूर्य उत्तर दिशा की ओर बढ़ता है और मकर राशि में प्रवेश करता है। वेदों में, भगवान सूर्य को 'पिता' के रूप में जाना जाता है और उनका मार्ग हमारे जीवन के चरणों और ऋतुओं के परिवर्तन को निर्धारित करता है। ऐसा माना जाता है, यदि आप एक नया व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहे हैं, कार्यालय में एक नया पद ग्रहण कर रहे हैं, आदि तो यह शुभ दिन है। जानिये मकर संक्रांति के बारे में खास बातें।
मकर संक्रांति में गंगा महत्व और स्नान:-मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि गंगा नदी में डुबकी लगाने का जितना महत्व उतना दर्शन करने का है। नदियों को जीवनदायी नदी भी कहा जाता है। इसलिए इनकी पूजा की जाती है ,पवित्र नदियां ऋषि-मुनियों की साधना स्थली रही हैं. इन पुण्य नदियों के तट पर अनेक स्थानों पर मकर संक्रांति मेला लगता है। इसके साथ ही खिचड़ी का पर्व भी मनाया जाता है। भक्त इस दिन स्नान करना शुभ मानते हैं।
ऐतिहासिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन पवित्र घाटों पर तिल चढ़ाने वाली परंपरा प्राचीन है, कहा जाता है कि पवित्र घाटों पर सूर्य को तिल अर्पित करने से मकर राशि के लोगों के कष्टों का निवारण होता है तिल चढ़ाने से मां प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं
इसी मान्यता को आधार मानकर मकर संक्रांति के दिन पवित्र घाटों पर मेले लगते हैं.इस दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान करना अत्यंत लाभकारी रहता है। इसके साथ ही स्नान के बाद दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। स्नान के लिए 15 जनवरी को सूर्योदय से 11 बजकर 11 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा।
मकर संक्रांति पूजा पाठ प्रसाद:-इस दिन श्रीनारायण कवच, आदित्य हृदय स्तोत्र और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना बड़ा ही उत्तम माना गया है। मकर संक्रांति पर भग वान सूर्य की पूजा करने के बाद तिल, उड़द दाल, चावल, गुड़, सब्जी कुछ धन अगर संभव हो तो वस्त्र किसी ब्राह्मण को दान करना चाहिए। इस दिन भगवान को तिल और खिचड़ी का भोग लगाना चाहिए और बाह्मण भोजन करवाना चाहिए ऐसा शास्त्रों में कहा गया है।
मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त
संक्रांति काल: 07.19 बजे (15 जनवरी)
पुण्यकाल: 07.19 से 12.31 बजे तक
महापुण्य काल: 07.19 से 09.03 बजे तक
संक्रांति स्नान: प्रात:काल,15 जनवरी 2020
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