धर्म डेस्क:-हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का काफी ज्यादा महत्व है। इसके साथ ही तुलसी का पौधा सभी के घरों में होता है जिसकी आप और हम सभी लोग पूजा भी करते हैं। वैसे घर में तुलसी का पौधा होने से घर में फैली सभी नकारात्मक शक्तियों का अंत तो होता ही है साथ ही हम सभी के ऊपर भगवान का आशीर्वाद सदैव बना रहता है। तुलसी को सबसे ज्यादा पवित्र माना गया है।
तुलसी के पौधे के कई फायदे हैं और इसलिए यह आयुर्वेद तथा प्राकृतिक चिकित्सा में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह कैंसर, हृदय रोग, हृदय रोग, त्वचा, धूम्रपान छोड़ने जैसी विभिन्न बीमारियों को दूर करने में मदद करती है और श्वसन संबंधी विभिन्न समस्याओं को भी ठीक करती है।
इसे घर में लगाना बहुत शुभ होता है। मान्यता यह भी है कि तुलसी का पौधा लगाने से घर का वातावरण तो पवित्र रहता ही है साथ ही रोजाना तुलसी में जल अर्पण करने से दैवीय कृपा भी बनी रहती है।
आपको भी विशेषतौर पर इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर आपके घर में तुलसी का पौधा है तो इसकी देखभाल करना बहुत जरूरी है। क्योंकि अगर आप तुलसी के पौधे की देखभाल नहीं करेंगे तो यह जल्दी से सुख जाएगा। कहा जाता है कि तुलसी का पौधा सुखना अशुभ होता है इसके साथ ही परिवार पर मुसीबतें आने का खतरा रहता है।
तुलसी के पौधे को अधिक नमी की आवश्यकता नहीं होती। अगर इसमें पानी की मात्रा अधिक हो गई तो पौधे सूख कर झड़ने लगते हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप तुलसी के पौधे से लगभग 15 सेंटीमीटर की दूरी पर उसकी मिट्टी को 20 सेंटीमीटर गहराई तक खोदकर पौधे को लगाए। अगर आपको यह समझ में आ गया है कि पौधे की जड़ों में नमी बढ़ गई है तो आपको उसके जड़ को खुरेदकर वहां मिट्टी और बालू को भरना चाहिए।
घर में कब नहीं और कब लगानी चाहिए तुलसी
-तुलसी का पौधा तुलसी का पौधा सोमवार, बुधवार, रविवार,एकादशी तिथि और सूर्य एवं चंद्र ग्रहण के दिन बिल्कुल भी न लगाएं।
-इसके अलावा माना जाता है कि तुलसी के पौधे को घर में कार्तिक मास(अक्तूबर और नवंबर का महीना) में लगाना चाहिए।
-कार्तिक मास के अलावा आप चैत्र मास में पड़ने वाली नवरात्रि पर भी तुलसी का पौधा अपने घर में लगा सकते हैं।
-अप्रैल से जून तक के महीने में तुलसी के पौधे को लगाया जा सकता है, इस दौरान उसकी अच्छी ग्रोथ भी होती है।
यह मंत्र है --ओम सुभद्रा आए नमः, ओम सुप्रभाय नमः।
इस मंत्र का जाप करने से पहले अपने इष्ट देव की पूजा करें। इसके बाद तुलसी के पौधे को प्रणाम करके शुद्ध जल अर्पित करें। जल अर्पित करने के बाद तुलसी जी का श्रृंगार करें तथा उन्हें सिंदूर और हल्दी अवश्य चढ़ाएं। अब घी का दीपक जलाते हुए 7 बार तुलसी जी की परिक्रमा करें और अंत में इस मंत्र का जाप करें।
याद रखें इस मंत्र का जाप आपको तुलसी जी के पौधे को छूकर करना है। श्रद्धा पूर्वक तुलसी जी की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होंगी तथा मां लक्ष्मी के साथ त्रिदेवों का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
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(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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