शास्त्रों में बुधवार का दिन विघ्नहर्ता गणेशजी का माना जाता है। इसके अनुसार,माता पार्वती की कृपा से जब बाल गणेश की उत्पत्ति हुई थी,तब उस समय भगवान शिव के धाम कैलाश में बुध देव उपस्थित थे। बुध देव की उपस्थिति के कारण श्रीगणेश जी की आराधना के लिए वह प्रतिनिधि वार हुए यानी बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा का विधान बन गया।
शुद्ध आसन पर बैठकर सभी पूजन सामग्री को एकत्रित कर पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि गणेश भगवान को समर्पित कर, गणेशजी को सूखे सिंदूर का तिलक लगाएं और इनकी आरती करें।भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाने की परंपरा काफी पुरानी है. ऐसा माना जाता है कि विनायक को दूर्वा अत्यंत प्रिय है. 3 या 5 पत्तियों वाली दूर्वा को सबसे उत्तम माना जाता है. दूर्वा चढ़ाने से गणपति जी प्रसन्न होते हैं अंत में भगवान गणेश जी का स्मरण कर ॐ गं गणपतये नमः नामक मंत्र का जाप करना चाहिए।
भगवान गणेश को मोदक अति प्रिय मोतीचूर के लड्डू भी बेहद ही पसंद हैं. ऐसे में आप गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को मोदक के लड्डू या मोतीचूर के लड्डू जरूर चढ़ाएं. शास्त्रों में बुधवार को गाय की सेवा करना परमपुण्यदायी माना गया है। गाय का संबंध बुध ग्रह से होता है, इसलिए इस दिन गाय को हरा चारा या फिर पालक खिलाना चाहिए। कहते हैं गाय को हरा चारा खिलान से सभी देवता भी आपसे प्रसन्न होते हैं और आपको सुख समद्धि प्राप्ति होती है

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥. यदि आप भगवान गणेश को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो गणपति जी का ये मंत्र सबसे सरल और प्रभावशाली माना जाता है | लेकिन इसके विधान में अंतर है. गणेश पुराण के अनुसार सावन मास की चतुर्थी में साधक मोदक खा कर व्रत रहे, भाद्रपद की चतुर्थी में दूध का सेवन करें और अश्विन मास की चतुर्थी में पूर्ण उपवास करे. इसके अलावा कार्तिक महीने की चतुर्थी में दूध का आहार करें और मार्गशीर्ष में निराहार रहे. पौष मास में गौ मूत्र, माघ में तिल और फाल्गुन में घी- शर्करा, चैत्र में पंचगव्य, वैशाख में शतपत्र, ज्येष्ठ में केवल घी और आषाढ़ महीने की चतुर्थी पर केवल शहद खाना चाहिए.
धर्म शास्त्रों में इस बात का विवरण मिलता है कि भगवान गणेश की पूजा करने से बुद्धि में बढ़ोतरी होती है. जिस व्यक्ति को जीवन में सफलता और तरक्की चाहिए या जो व्यक्ति बुद्धिमान बनना चाहता है उसे नियमित रूप से भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए.
प्रमाण :-
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(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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