धर्म डेस्क :-हिंदू पंचाग में हर दिन का अपना महत्व बताया गया है। सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को तो शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है। धार्मिक मान्यता है कि अगर आप मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं, तो सिर्फ शुक्रवार के दिन ही नहीं, बल्कि गुरुवार के दिन भी उनकी विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। सप्ताह के दोनों दिन महालक्ष्मी की पूजा से व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही, घर में खुशहाली रहती है। जानें गुरुवार और शुक्रवार के दिन किन उपायों को करने से मां लक्ष्मी की कृपा पाई जा सकती है।
रोज सुबह को सूर्य देव को जल अर्पित करें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कोई भी जातक जातिका रोज सुबह स्नान आदि से निवृत होने के पश्चात पीतल या फिर चांदी के पात्र से सूर्य देव को गंगा जल अर्पित करते हुए उनके 12 नामों का स्मरण करता है तो उस व्यक्ति के घर में सदैव सुख शांति बनी रहती है और उस व्यक्ति को हर तरफ से चौमुखी विकास प्राप्त होता है।
क्योंकि सूर्य देव को समस्त जगत के पिता के रूप में स्वीकार किया गया है जो व्यक्ति को उर्जा और साहस प्रदान करने का कारक माने गए हैं इसके अलावा सूर्यदेव एक ऐसे भगवान है जो प्रत्यक्ष रूप से सभी लोगों को अपने दर्शन देते हैं इसीलिए नियमित रूप से इन को जल अर्पित करने से आप समस्त कष्टों से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।
शुक्रवार के दिन शुद्ध घी का दीपक जलाने और तुलसी के पौधे की पूजा करने से माता लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती हैं। शुक्रवार को पूजा के दौरान मां लक्ष्मी के मंदिर जाकर उन्हें लाल वस्त्र, लाल बिंदी, सिंदूर, लाल चुन्नी और लाल चूड़ियां अर्पित करें। शंख और घंटी में मां लक्ष्मी का वास होता है।
इसके साथ ही इस दिन शुक्र देव का खास मंत्र “ॐ शुं शुक्राय नम:” या “ॐ हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम् सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहं” का 108 बार जाप करें। इस उपाय को प्रत्येक शुक्रवार करने से आपके जीवन में कभी धन की समस्या नहीं आएगी। मां लक्ष्मी की कृपा से घर में सदैव सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
हिंदू धर्म में शंख अत्यधिक पूजनीय है और सुख-समृद्धि लाने वाला माना जाता है। घर में शंख रखने से वास्तु दोष दूर होते हैं, धन और आरोग्य की प्राप्ति होती है।
वास्तु के अनुसार यदि बहुत प्रयास करने के बाद भी कार्य में सफलता नहीं मिल रही हो तो नियमित रूप से एक बर्तन में लौंग और कपूर जलाकर पूरे घर में परिक्रमा करें। इससे जीवन में आ रही बाधाएं दूर होंगी और बिगड़े काम भी शुरू हो जाएंगे।
माँ लक्ष्मी को खुश करने के लिए “ओम शिरिंग शिरिये नम:” मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए। इसे शुक्रवार से शुरू करें और 43 दिन तक इस मंत्र का जाप करना चाहिए। लक्ष्मी प्राप्ति के मंत्र का जाप पूरा हो जाए तो माँ लक्ष्मी को खीर का भोग लगायें और इसके बाद 7 साल की आयु से कम उम्र की बालिकाओं को श्रदापूर्वक भोजन कराना चाहिए । भोजन में खीर तथा मिश्री को जरुर शामिल करें। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है और उसकी कृपा आप पर सदेव बनी रहती है।
जिसके घर में तुलसी का पौधा है उसे रोजाना तुलसी की पूजा करनी चाहिए और उसे जल चढ़ाना चाहिए।याद रखें शाम के समय कभी भी तुलसी को जल नहीं देना चाहिए और शाम के समय तुलसी की आरती करें। तुलसी माँ लक्ष्मी लक्ष्मी को बहुत प्रिय है और अगर आप उनके प्रिय का ध्यान रखते है तो माँ हमेशा पर मेहरबान रहेगी।
प्रमाण :-इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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