धर्म डेस्क :- अगर आप लंबे समय से पैसों की तंगी झेलकर परेशान हो चुके हैं तो बुधवार के दिन इन उपायों को आजमाकर देखें। इससे आपकी कुंडली मेंं ग्रहों की स्थिति में बदलाव होगा जिससे आपका भाग्य खुल सकता है।
- बुधवार के दिन मां दुर्गा की आराधना करें। इसके अलावा नियमित रूप से 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे' मंत्र का जाप 108 बार जरूर करें। बुध दोष से मुक्ति मिलेगी।
-बुधवार के दिन कनिष्ठा उंगली में पन्ना धारण करें। ऐसा करने से अगर कुंडली में बुध की स्थिति कमजोर है,तो वह मजबूत होगी। इसे धारण करने से पहले ज्योतिष से जरूर सलाह लें।
घर में बरकत पाना चाहते हैं तो बुधवार के दिन किसी किन्नर को कुछ दक्षिणा दें और फिर उसमें से कुछ पैसे आशीर्वाद के तौर पर वापस लें। इन पैसों को पूजा के स्थान पर रख दें और फिर एक हरे रंग के कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें।
'ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।। ' बुधवार के दिन इस मंत्र का जाप करने से भी व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस मंत्र का जाप 108 बार किया जाता है।
- अगर आप कोई पुरानी मनोकामना को पूर्ण करना चाहते हैं, तो इच्छा पूर्ति के लिए सात बुधवार तक लगातार भगवान गणेश को गुड़ का भोग लगाएं। ऐसा माना जाता है कि इससे व्यक्ति के अटके हुए काम जल्द पूरे हो जाते हैं।
- अगर किसी जातक के घर में लगातार कलह-कलेश बना हुआ है, तो घर में सुख-शांति बनाए रखने के लिए 7 बुधवार तक भगवान गणेश के मंदिर में हरि सब्जियों का दान करें। इससे व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।
- सात बुधवार तक गणपति मंदिर में जाकर भगवान को सिंदूर अर्पित करें। इससे वे बेहद प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही उन्हें गुड़ का भोग लगाएं। इससे वे सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
गणेश जी को खुश करे?
भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए उन्हें दूर्वा घास जरूर अर्पित करें। जो भक्त भगवान गणेश को दूर्वा घास अर्पित करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। आप रोजाना भी भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित कर सकते हैं। अगर आपके कार्यों में बार- बार विघ्न आ जाता है तो भगवान गणेश को दूर्वा जरूर अर्पित करें।
श्री गणेश के 108 नाम और उनसे जुड़े मंत्र। गजानन- ॐ गजाननाय नमः । गणाध्यक्ष- ॐ गणाध्यक्षाय नमः ।
गणेश जी का सबसे प्रिय है?
गणेशजी को सिन्दूर और दूब चढ़ाने से विशेष फल मिलता है। इसके अतिरिक्त उन्हें गुड़ के मोदक और बूंदी के लड्डू , शामी वृक्ष के पत्ते तथा सुपारी भी प्रिय है। गणेश जी को लाल धोती तथा हरा वस्त्र चढ़ाने का भी विधान है।
भगवान गणेश का शक्तिशाली मंत्र
ॐ एकदन्ताय विधामहे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ..!! अर्थ : हम एक दांत वाले हाथी के दांत वाले की पूजा करते हैं जो सर्वव्यापी है। हम ज्ञान के साथ अपने दिमाग को रोशन करने के लिए एक दांत वाले हाथी के दांत के सामने झुकते हैं।
प्रमाण :-इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
(आपकी कुंडली के ग्रहों के आधार पर राशिफल और आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में भिन्नता हो सकती है। पूर्ण जानकारी के लिए कृपया किसी पंड़ित या ज्योतिषी से संपर्क करें।)
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